
अनियमितता मामले में बगहा-02 प्रखंड अंतर्गत राय खाद भंडार का लाईसेंस रद्द।
गड़बड़ी में संलिप्त किसान सलाहकार रामबेलास प्रसाद को किया गया बर्खास्त।
18 दुकानों का लाईसेंस किया गया सस्पेंड।
25 उर्वरक प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण की मांग।
उर्वरकों की बिक्री पर जीरो टॉलरेंस नीति : जिला पदाधिकारी।
किसानों की सुविधा सर्वोपरि, जिला प्रशासन सख्त।
अनियमितता पर होगी कठोर कार्रवाई।
किसान सलाहकार अथवा कृषि समन्वयक के द्वारा उर्वरक प्रतिष्ठानों से अनैतिक मांग पर करें सेवा समाप्त : जिला पदाधिकारी ।
बेतिया 2 अगस्त 25।जिले में किसानों को उर्वरकों की निर्बाध और पारदर्शी आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा खाद की उपलब्धता में किसी भी तरह की समस्या किसानों को नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाये गये हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि उर्वरकों की बिक्री में किसी भी तरह की कालाबाजारी, जमाखोरी या मनमाने मूल्य वसूली को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उर्वरकों की बिक्री में गड़बड़ी, कालाबाजारी या कृत्रिम संकट पैदा करने की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चाहे वो उर्वरक विक्रेता हों या फिर सरकारी पदाधिकारी एवं कर्मी, किसी को बख्शा नहीं जायेगी। ऐसा करने वालों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई भी की जा रही है ताकि किसानों को सुगमतापूर्वक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।इसी कड़ी में लौरिया प्रखंड अंतर्गत मे0 शिव खाद भंडार द्वारा उर्वरक विक्रय में अनियमितता बरतने को लेकर प्रतिष्ठान के प्रोपराईटर रश्मि कुमारी के विरूद्ध लौरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। इसके पूर्व बगहा-02 प्रखंड अंतर्गत राय खाद भंडार के विरूद्ध भी प्राथमिकी (संख्या-95/25) दर्ज करायी गयी थी, अब इनका लाईसेंस भी रद्द कर दिया गया है। साथ ही अनियमितता में संलिप्त किसान सलाहकार रामबेलास प्रसाद को बर्खास्त कर दिया गया है। विदित हो कि विगत दिनों जिलास्तरीय टीम द्वारा औचक जांच के क्रम में शिकायतों को सही पाते हुए 18 दुकानों का लाईसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही 25 उर्वरक प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है। स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर उनके विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की जायेगी।इसी परिप्रेक्ष्य में जिला पदाधिकारी, श्री धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक सहित कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुयी। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि कृषि कार्यों में उर्वरकों की महत्ता को देखते हुए उर्वरक की बिक्री में किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उर्वरक विक्रेता निर्धारित मूल्य पर ही खाद बेचें और इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं, जो नियमित रूप से उर्वरक दुकानों का निरीक्षण करेंगी और सुनिश्चित करेंगी कि किसानों को समय पर उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध हो।उन्होंने यह भी कहा है कि किसानों की सहूलियत और सुविधा सर्वोपरि है, और किसी भी किसान को खाद के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसके लिए निगरानी तंत्र को और मजबूत किया जाय। किसानों की सुविधा और सम्मान जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। यदि किसी स्तर पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि उर्वरक वितरण में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लगातार औचक निरीक्षण किया जाय तथा किसी भी शिकायत की तत्काल जांच कर कठोर कार्रवाई की जाय।उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि यदि कोई किसान सलाहकार अथवा कृषि समन्वयक उर्वरक प्रतिष्ठानो से अनैतिक मांग करता है तो उनकी भी सेवा समाप्त कर दी जायेगी।उन्होंने यह भी अपील की कि यदि किसी किसान को उर्वरकों की खरीद में कोई समस्या आती है, या कोई दुकानदार अनुचित व्यवहार करता है, तो वे सीधे संबंधित अधिकारियों को सूचित करें। इस अवसर पर विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, श्री सुजीत कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, श्री सरफराज असगर सहित कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।