पंचानन सिंह बगहा पश्चिमी चंपारण।
बगहा 24 फरवरी।
नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट इंटेक यानी इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज के साथ मिलकर बच्चों के विकास के लिए काम करेगा, नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट ने संयोजक अरुण कुमार श्रीवास्तव को नाशपाती का पौधा देकर किया स्वागत।इस कार्यक्रम के तहत नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के ट्रस्ट एवं इंटेक के संयुक्त तत्वावधान में सनफ्लावर चिल्ड्रन एकेडमी पटखौली में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें इंटेक यानी इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज के बत्तियां के संयोजक अरुण कुमार श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने नाशपाती का पौधा देकर सम्मानित किए।कार्यक्रम में इंटेक के संयोजक ने बच्चों को भारतीय विरासत/धरोहर के बारे में जानकारी दिए। उन्होंने ने इनटेक किस तरह से भारत के विरासतों के संरक्षण, भारतीय कला कौशल संस्कृति संगीत के संरक्षण और उनके विकास के लिए काम करती है विस्तृत चर्चा किए।उन्होंने नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक से निवेदन किया कि बच्चों के विकास के लिए वह इंटेक से जुड़े।नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार ने कहा कि मैं बच्चों के विकास के लिए हर वह महत्वपूर्ण कदम उठाने को तैयार है। भारत के विरासत का संरक्षण हो या फिर प्राकृतिक संरक्षण हर तरह से नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट काम कर रहा है और आपके साथ जुड़कर काम करने का मौका मिलेगा तो और बेहतर करने का प्रयास की करूंगा। आखिर हम सबों का मूल या काम बच्चों का विकास करना और प्राकृतिक धरोहर की रक्षा करना ही तो है। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) के संयोजक सह सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों के विकास के लिए भी इंटक काम करती है और किस तरह से करती है इस पर अपनी बात बच्चों के बीच रखें।बच्चों से रूबरू होने के पश्चात अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बगहा की हेरिटेज यानी विरासत को खोजना कर उनके बारे में बताने के लिए बच्चों को से निवेदन किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे सचिव निप्पू कुमार पाठक ने बच्चों से कहा कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो शीघ्र ही बच्चे बगहा अनुमंडल के क्षेत्रीय विरासतों का भ्रमण करेंगे। इस अवसर पर जहां सनफ्लावर चिल्ड्रेन्स एकेडमी के वर्ग पंचम से अष्टम तक के छात्र-छात्राएं व शिक्षक वाजिद अली, समीर कुमार गुप्ता ,उत्पल कुमार, रसेद्र प्रसाद, बलिराम सिंह, पंकज पांडेय आदि मौजूद
थे।