
सँजय प्रसाद वाल्मीकिनगर पश्चिमी चम्पारण।
वाल्मिकीनगर 4 मार्च।
महाशिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर जल भरने के लिए लगभग 500 की संख्या में शिव भक्तों ने सोमवार की सुबह नारायणी के त्रिवेणी संगम तट कौलेश्वर घाट पर डुबकी लगा जल भरा। सिहरन भरी हवा के बीच शिव भक्तों ने संगम तट पर ही मुंडन करा, गंडक नदी के गर्भ में डुबकी लगाया। इस दौरान शिव भक्तों ने हर हर महादेव की जय घोष से पूरे वातावरण को भक्ति में बना दिया था। शिव भक्त, रक्सौल, ढाका, चिरैया, कुशीनगर एवं पडरौना से पहुंचे थे। गंडक नदी के तट पर सोमवार की सुबह गंगा स्नान के पूर्व शिव भक्तों ने भजन कीर्तन का आयोजन कर माहौल को भक्ति में बनाया। शिव भक्तों ने बताया कि भगवान भोले शंकर बहुत ही दयालु हैं। जितना ज्यादा उनको गंगा स्नान कराया जाता है, वे उतना ही खुश होते हैं। उन्हें जल के अलावा किसी और चढ़ावे से कोई मतलब नहीं है। जो भक्त गंगा से जल भरकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं, उन्हें भगवान शिव मन वांछित फल प्रदान करते हैं।