
पंचानन सिंह बगहा पश्चिमी चंपारण।
मधुबनी। प्रतिष्ठित एवं श्रेष्ठ विद्वान गणमान्य लोगों से एक मांगलिक कार्यक्रम में चर्चा करते हुए पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने कहा कि जीवन उनके लिए बहुत अच्छा होता है, जो इसका आनंद लेते हैं। उनके लिए कठिन होता है, जो इसे तुलनात्मक बना देते हैं। और उनके लिए बहुत कष्टदायी होता है- जो इसकी आलोचना करते हैं। अर्थात जीवन जीना हमारी प्रवृत्ति द्वारा निर्णीत होता है। अतः हमें जीवन में मांगलिक कार्यक्रमों को महत्वपूर्ण स्थान देना चाहिए।
आज जो भी अपना अमूल्य समय ऐसे अवसरों पर देते हैं,वे बधाई के पात्र हैं, इनके आने से आयोजित कार्यक्रम श्रेष्ठता एवं भव्यता को प्राप्त होता है। आज कल एक नया प्रचलन समाज में कैंसर की तरह फैल रहा है, कि हम मोबाइल से अपनी उपस्थिति दर्ज कराके जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते हैं। सोचें सभी लोग यदि ऐसा ही करें, तो कार्यक्रमों का स्वरूप कैसा होगा?हमें गर्व है कि बगहा अनुमंडल के नरईपुर के प्रतिष्ठित लोग पूर्व प्राचार्य डाक्टर रविकेश मिश्रा,पं०गोविंद मिश्रा, उपेंद्र मिश्र सहित सैकड़ों गणमान्य लोगों के साथ सिरजम शुभाश्रम में घनश्याम मणि की सुपुत्रीजयामणिशिक्षिका,चमुखा , जोगापट्टी प०चम्पारण को स्नेहिल आशीर्वाद दिया।
अतिथि देवो भव: को सार्थक करते हुए आगंतुकों का हृदय से स्वागत अखिलेश शाण्डिल्य ने किया।