वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र में एक महीने के अंदर 90 लोग हुए डॉग एवं बंदर बाईट का शिकार

 

पंचानन सिंह / संजय प्रसाद की रिपोर्ट बगहा वाल्मीकिनगर पश्चिमी चम्पारण।

बगहा पुलिस जिला अंतर्गत वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र में कुत्ता एवं बंदर के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके चलते सीएचसी वाल्मीकिनगर में रोजाना तीन से चार लोग कुत्ता/ बंदर द्वारा काटे जाने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। सीएचसी के आयुष चिकित्सक डॉक्टर संजय कुमार सिंह के मुताबिक, अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन लगने की संख्या हर दिन अलग रहती है। कभी दो तो कभी संख्या पांच के पार चली जाती है। वहीं, पूरे माह की बात करें तो करीब 70- 90 के बीच एंटी रेबीज वैक्सीन लग रही है। लोगों को चाहिए कि जैसे ही कोई कुत्ता/बंदर काटे तो तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं। उन्होंने डॉग बाईट बढ़ने के कारण के बारे में बताते हुए कहा कि इसका मुख्य कारण है बॉयलर मुर्गे मुर्गियों एवं बकरे बकरियों के अपशिष्ट पदार्थ को इधर उधर फेंकना है। जब जानवरों के अपशिष्ट पदार्थ सड़ जाते हैं तब कुत्तों द्वारा उसे ग्रहण किया जाता है जिसके कारण कुत्तों का मानसिक संतुलन बिगड़ने लगता है। इसलिए बूच़डखानों पर अंकुश लगाना जरूरी है।एंटी रेबीज वैक्सीन के कुल पांच इंजेक्शन लगते हैं। पहला, जिस दिन डॉग ने काटा हो। इसके बाद तीसरे दिन, सातवें दिन, 14वें दिन और आखिरी 28वें दिन पर लगवाना चाहिए। कुत्ता काटने पर तुरंत सबसे पहले घाव को साफ पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए। इसके बाद सरकारी अस्पताल में जाकर इंजेक्शन लगवाना चाहिए। घाव बड़ा हो तो घाव की सिलाई करके पट्टी बंधवानी चाहिए। सीएचसी वाल्मीकिनगर में पर्याप्त मात्रा में एआरवी मौजूद है।

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