पंचानन सिंह बगहा पश्चिमी चंपारण।
बगहा 20 मार्च।
विश्व में गौरैया की घटती संख्या चिंतनीय विषय है। गौरैया के साथ-साथ पक्षियों का संरक्षण जरूरी है ।क्योंकि पक्षी सबसे बड़े संत हैं ।ये पक्षी व्यापक स्तर पर पौधा रोपण करते हैं ।उक्त बातें नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर कोऑपरेटिव कोचिंग सेंटर नारायणपुर बगहा-2 में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।उन्होंने कहा कि एक समय था जब गौरैया कच्चे मकान में आसानी से घोंसला बना लेती थी और फसलों पर दवाओं का छिड़काव कम होने से गौरैया अपना भोजन आसानी से प्राप्त कर लेती थी। लेकिन अब फसलों पर होने वाले व्यापक कीटनाशक दावों का प्रयोग और बड़े स्तर पर बनाए जाने वाले कंक्रीट के घर ने गौरैया को रेड लिस्ट में डाल दिया है । प्रायः गौरैया विलुप्त हो चली है ।इसलिए आज हम लोगों को शपथ लेनी चाहिए कि गौरैया के साथ-साथ सभी पक्षियों की रक्षा हो ।
नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट इसके लिए पिछले 5 वर्षों से पक्षी प्रेमियों लोगों को घोसला दे रहा है। आप भी अपने दरवाजे पर घोंसला रखें। छतों पर मिट्टी के बर्तन में दाना पानी डालें।विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर सचिव निप्पू कुमार पाठक ने बगहा व्यवहार न्यायालय के एसीजेएम गोरखनाथ चौबे को घोसला समर्पित किया। वहीं कोऑपरेटिव कोचिंग सेंटर के छात्र शुभ कुमार जायसवाल, अनोखी राज, प्रवेशिका कुमारी, गुनगुन कुमारी, प्रतिभा कुमारी , हर्ष कुमार जैसे दर्जनों छात्रों द्वारा घोंसला बनाकर लाए और अपने विचार व्यक्त किए ।उसके बाद नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के तरफ से बच्चों को कलम देकर पुरस्कृत किया गया।