
पंचानन सिंह बगहा पश्चिमी चंपारण।
बगहा। अनुमंडल अंतर्गत मधुबनी प्रखंड स्थित राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने बहुत दुःख के साथ बताया कि -कविकुल गुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय रामटेक नागपुर महाराष्ट्र के कुलपति प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी जी एवं उनकी धर्मपत्नी का सड़क दुघर्टना में मृत्यु हो गई है।वे सड़क मार्ग से बनारस से गोरखपुर के लिए आ रहे थे दोहरीघाट क्षेत्र में उनकी कार दुर्घटना ग्रस्त हो गयी। वे श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नयी दिल्ली में दर्शन विभाग के अध्यक्ष रहे और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के कुलपति के रूप में सराहनीय सेवा दिए। त्रिपाठी जी मूलतः कुशीनगर जनपद के फाजिलनगर ब्लॉक के गांव चकिया के निवासी थे।आप संस्कृत के महान उद्भट विद्वान के साथ ही साथ मिलनसार और महान दर्शन शास्त्री भी थे। आपका अचानक चले जाना संस्कृत एवं भारतीय संस्कृति के लिये अपूर्णनीय क्षति है।