सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु होने की कामना के साथ पूरी निष्ठा के साथ वट सावित्री पूजा कर अखंड सौभाग्‍य की कामना की

पंचानन सिंह बगहा पश्चिमी चंपारण।

गहा अनुमंडल क्षेत्र में गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु होने की कामना के साथ पूरी निष्ठा के साथ वट सावित्री पूजा कर अखंड सौभाग्‍य की कामना की। गुरुवार की सुबह से ही नवविवाहिता सहित महिलाएं नए-नए परिधानों में सजधज कर मौसमी फल, पकवान, प्रसाद व पूजा सामाग्री के साथ वट वृक्ष के पास पहुंची। वहीं एक दिन पहले से घरों में व्रत का अनुष्ठान विधि विधान से पूरा किया। प्रसाद चढ़ा कर वट वृक्ष की पूजा की, पेड़ में कच्चा धागा बांधी और पंखा झेल कर पति के दीर्घायु होने और अखंड सौभाग्‍य की कामना की। बगहा अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्‍न गांवों में वट वृक्ष के नीचे वट सावित्री पूजा के लिए महिला श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। दिन चढ़ने के साथ ही आस्था का सागर उमड़ा और महिलाओं ने मंदिरों में भी जाकर पूजा अर्चना की। वट-सावित्री की पूजा को लेकर गुरुवार की अहले सुबह से वटवृक्ष के नीचे सुहागिनों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। सुहाग का लाल जोड़े के बीच सुहागिन सोलह श्रृंगार कर हाथों में पूजा की थाली लेकर पूजा-अर्चना के लिए वटवृक्ष के पास पहुंची। पूजा के क्रम में सुहागिनों ने वटवृक्ष में सिंदूर, रौली चढ़ाकर परिक्रमा करते हुए धागा बांधी। सुहागिनों ने वट-वृक्ष को गले लगाते हुए सुहाग की लंबी आयु के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। वट-सावित्री की पूजा को लेकर सबसे अधिक उत्साह नवविवाहिताओं में देखने को मिला। अन्य महिलाओं के साथ नवविवाहिताओं ने पूरे विधि-विधान के साथ वटवृक्ष की पूजा की। इस दौरान पूजा-अर्चना को लेकर अनुमंडल क्षेत्र के अलग-अलग गांव में वटवृक्ष के समीप सुहागिनों की भीड़ पूजा के लिए जुटी थी। इस क्रम में वट वृक्ष के समीप सुहागिनों की भीड़ पूजा के लिए जुटी रही। पूजा-अर्चना के बाद सुहागिनों ने पुजारियों से वट-सावित्री से जुड़े पौराणिक सत्यवान सावित्री के कथा का श्रवण किया। पूजा-अर्चना के दौरान मान्यता के अनुसार सुहागिनों ने एक-दूसरे को सिंदूर लगायी।

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